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बागी प्रत्याशियों को मनाना बीजेपी के लिए बनी कड़ी चुनौती

नवनीत बत्ता |

पच्छाद उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ने प्रचार शुरू कर दिया है। भाजपा के लिए बागी प्रत्याशियों को मनाना कठिन हो रहा है। भाजपा सरकार और संगठन दोनों बागियों को मनाने में लगे हैं। सूत्रों के अनुसार टिकट वितरण के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से आशीष सिकटा को फोन पर सीएम जयराम ठाकुर से बात करने का आग्रह किया गया, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।

नामांकन वाले दिन भी राजगढ़ में सिकटा को बात के लिए बुलाया जा रहा था, लेकिन उन्होंने कहीं ओर नहीं, बल्कि अपने समर्थकों से पास आकर बात करने को कहा। इस बीच समर्थकों के तेवर देखकर यह संभव नहीं हो पाया। बताया जा रहा है कि टिकट आवंटन को लेकर मंडल भी खुश नहीं था। उन्होंने इस बारे में हाईकमान को भी जानकारी दे दी थी। संगठन ने काफी मुश्किल से मंडल को मनाया। दयाल प्यारी को मनाने में भी सरकार और संगठन के लोग संपर्क कर रहे हैं।

यदि भाजपा का एक या दोनों बागी प्रत्याशी आशीष सिकटा और दयाल प्यारी चुनावी मैदान में डटे रहे तो भाजपा की राह आसान नहीं होगी। पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जीआर मुसाफिर ने साढ़े तेईस हजार से अधिक मत हासिल किए थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप तीस हजार मत प्राप्त हुए थे तो इस तरह से 77 हजार के करीब मतों से कश्यप ने चुनाव जीता था और यह दोनों ही प्रत्याशी जो भाजपा से बगावत कर आजाद खड़े हुए हैं। इससे अधिक नुकसान भाजपा को कर सकते हैं ऐसे में अगर जयराम सरकार बागियों को मनाने में असफल रहती है तो कहीं ना कहीं पर की सीट पर नुकसान होना तय है।