मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिक्षण संस्थानों को बंद करने की अफवाहों पर रूख साफ कर दिया है। धर्मशाला में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बदले की भावना से कोई काम नहीं करेगी। मानवीय दृष्टि से ये तय किया जाएगा कि जो संस्थान पूर्व की सरकार ने खोले हैं वे चलने लायक है भी या नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के नुकसान और उनकी शिक्षा में कोई दिक्कत ना आए इसपर खास ध्यान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया और ऐसे संस्थान खोले जहां पर युवाओं को किसी भी प्रकार की सुविधाएं प्रदान नहीं हुई। इस प्रकार का खिलवाड़ बच्चों के भविष्य के साथ नहीं किया जाना चाहिए। प्रदेश के धार्मिक स्थलों चढ़ाए जाने वाले पैसे का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। इन पैसों का सदुपयोग पब्लिक हित में होना चाहिए।
अवारा पशुओं का मुद्दा जल्द होगा हल
आवारा पशुओं की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बारे में सब कमेटी का गठन पहले ही कैबिनेट मीटिंग में किया जा चुका है। किस प्रकार से आवारा पशुओं को बसेरा मिल सके इस बात को सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने मंदिरों एनजीओ ट्रस्ट और ऐसे सामाजिक संस्थानों से आग्रह किया कि वह गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए आगे आएं, ताकि गायों का संरक्षण किया जा सके उन्हें बसेरा मिल सके।