हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने 'प्रोजेक्ट शक्ति’ लॉन्च कर दिया है। प्रोजेक्ट शक्ति लॉन्च करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का 16 राज्य बन गया है। हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में शक्ति प्रोजेक्ट को लॉन्च किया। शक्ति प्रोजेक्ट
के माध्यम से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी सीधे बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य कांग्रेस को जन सामान्य बेस की जगह काडर बेस पार्टी बनाना है।
प्रोजेक्ट शक्ति के राष्ट्रीय समन्वयक शंशाक शुक्ला ने इस एप को लेकर बताया कि दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार और तेलंगाना आदि राज्यों में पार्टी ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ को लागू कर चुकी है। जिसकी सफलता के बाद इसे यूपी, हरियाणा, असम और हिमाचल प्रदेश में भी लागू किया गया है। शक्ति एप से कांग्रेस के प्रत्येक सदस्य को मोबाइल नंबर 9594572799 पर अपना वोटर आई कार्ड नंबर एसएमएस करना होगा। एक मोबाइल नंबर पर एक ही वोटर आई कार्ड पंजीकृत होगा। आई कार्ड के पंजीकरण के बाद सदस्य संबंधी बूथ, ब्लॉक व जिला समेत सभी महत्वपूर्ण जानकारियां कांग्रेस के डाटा एनालिटिकल डिपार्टमेंट के पास पहुंच जाएंगी।
कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने बताया कि प्रोजेक्ट के माध्यम से कांग्रेस नेतृत्व अपना संदेश और सुझाव सीधे बूथ स्तर कार्यकर्ताओं तक पहुंचा सकेंगे। कार्यकर्ता भी अपने संदेश और सुझाव पार्टी हाईकमान को दे पाएंगे। इसके लिए विकसित सॉफ्टवेयर में सभी कार्यकर्ताओं को एक-दूसरे से जुड़ने की व्यवस्था भी है। प्रत्येक कार्यकर्ता को पार्टी की गतिविधियों की लगातार जानकारी मिलती रहेगी। रजनी पाटिल न् कहा कि इस एप के माध्यम से सक्रिय कार्यकर्ताओं को पार्टी में आगे बढ़ने का मौका भी मिलेगा। 2019 तक एक करोड़ कार्यकर्ता को जोड़ने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हर सेकंड कांग्रेस से एक कार्यकर्ता जुड़ रहा है। हर दिन 40 हज़ार कार्यकर्ता जुड़ रहे हैं अभी तक 29 लाख से ज़्यादा कार्यकर्ता शक्ति एप से जुड़ चुके हैं।