हिमाचल निर्माता डा.यशवंत सिंह परमार के पुत्र कुश परमार ने इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने अपने बेटे चेतन परमार को चुनाव लड़ाने की इच्छा जताई है। कुश परमार नाहन चुनाव क्षेत्र से तीन बार जबकि पांवटा से दो बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। कुश परमार को विधानसभा चुनाव 2012 में बीजेपी के डा.राजीव बिंदल ने शिकस्त दी थी। कुश परमार ने एक्टिव पॉलिटिक्स और इलेक्ट्राल पॉलिटिक्स से सन्यास ले लिया है।
उन्होंने कहा कि समय बदल रहा है और नौजवानों को आगे आना चाहिए। जिसको देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया है। वहीं डा.वाईएस परमार के पोते चेतन परमार ने पार्टी हाई कमान को टिकट के लिए आवेदन किया है।
उन्होंने कहा कि उनका परिवार पिछले 70 से कांग्रेस पार्टी की सेवा में तत्त्पर है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि पार्टी हाई कमान उन पर भरोसा करेगी तो वो नाहन सीट से चुनाव लड़ेंगे। शहर की प्राथमिकता पानी है जिस पर वर्तमान विधायक ने कोई काम नहीं किया उसके लिए वो युद्ध स्तर पर काम करेंगे।