सरकार बनाने का बाद जयराम सेना कोताही बरतने वालों को कतेई बर्दाश्त नहीं कर रही है। पहले जहां वन मंत्री गोविंद सिंह ने कोताही बरतने वाले 2 अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था, वहीं अब आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ने निरीक्षण के दौरान कोताही बरतने वाले एक एसडीओ समेत दो जेई को सस्पेंशन लेटर थमा दिया है।
दरअसल, मंडी के जोगिंद्रनगर में सीएम के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कांढापतन मंडप उठाऊ पेयजल योजना और मकरीड़ी सेक्शन की एक उठाऊ पेयजल योजना का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अनियमितताओं पर उन्होंने धर्मपुर उपमंडल के एक सहायक अभियंता, एक कनिष्ठ अभियंता और मकरीड़ी सेक्शन के कनिष्ठ अभियंता को सस्पेंड कर दिया गया।
निलंबित अधिकारियों का हेडक्वार्टर बदलकर हमीरपुर भी कर दिया। महेंद्र सिहं ने कहा कि अनियमितताओं को लेकर यह कार्रवाई की गई है। तीनों का हेडक्वार्टर बदलकर हमीरपुर कर दिया गया है। प्रदेश में ऐसे औचक निरीक्षण जारी रहेंगे और जहां भी अनियमितता पाई जाएगी, वहां अधिकारियों पर इसी तरह की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
निरीक्षण के दौरान मिली खामियां
महेंद्र सिंह कांढापनत पंप हाउस अपने काफिले के साथ पहुंचे तो उन्होंने देख कि वहां टैंक की सही से सफाई नहीं की गई। यहां तक की जिस फिल्टर से पानी साफ होता है, वे खोलकर बाहर रखा हुआ था। इस पर मंत्री भड़क गए औऱ आईपीएच सचिव को फोन मिलाकर दो के निलंबन ऑर्डर जारी कर दिया। उसके बाद जब मंत्री मकरीड़ी पहुंचे तो वहां जेई से मंत्री ने कुछ जानकारी लेनी चाही। लेकिन वहां भी काम में ढील को देखते हुए मंत्री ने जेई का निलंबन ऑर्डर जारी कर दिया।