राज्यसभा सांसद और विराट हिन्दोस्तान संगम के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि वह राम मंदिर के आंदोलन से पहले से ही कहते आ रहे है की हिन्दू राम मंदिर को तोड़ा गया। उसको पुराने स्वरूप में लाएंगे। उम्मीद है कोर्ट का फ़ैसला हिन्दुओ के पक्ष में आएगा।
फ़ैसला हिंदुओं के पक्ष में नहीं आया तो उनकी पेटिशन पेंडिग पड़ी है। दूसरा काशी विश्वनाथ मंदिर व कृष्ण जन्मभूमि मथुरा भी हिंदुओ के मंदिर है जहां मंदिरों को तोड़ कर मस्जिद बनाए गए। अब न्यायालय का फ़ैसला आने के बाद सरकार यहां मस्ज़िद तोड़ कर मुस्लिमों को मुआवजा दे ताकि मंदिरों को इनको पुराने रूप में लाया जाए। इसमें हिंदुओं का मूलभूत अधिकार है। पाकिस्तान बलूचिस्तान को लेकर ह्यूमन राइट केन्द्र खोले गए है। भारत मे भी ऐसा केन्द्र खोला जाए।
स्वामी ने गोड़से को लेकर कहा कि गांधी की हत्या के बाद किसी व्यक्ति ने एफआईआर दर्ज की थी जबकि उस वक़्त पुलिस भी मौके पर मौजुद थी। फ़िर पुलिस ने क्यों नं एफआईआर दर्ज करवाई। गांधी जिनकी उस वक़्त मौत नहीं हुई थी। गांधी जी को हॉस्पिटल में न ले जाकर तुगलक रोड़ में ले जाया गया जहां 40 मिनट बाद उनकी मौत हुई थी। बुलेट भी गोड़से की रिवाल्वर से मैच नहीं की थी।
गोड़से कहता है कि उसने दो गोली चलाई थी लेकिन वहां मौजूद पत्रकारों के मुताबिक 4 गोलियां चली। गांधी जी का पोस्टमार्टम क्यों नहीं करवाया गया। 16 पॉइंट है जो गोड़से को लेकर निकले थे। गोड़से गोली चलाने के बाद मुंबई चला गया हवाई जहाज से गोड़से दिल्ली से आया इतनी मंहगी टिकेट किसने दी।
गांधी की मौत का सबसे बड़ा फ़ायदा नेहरू को हुआ। वह नेहरू पर संदेह नहीं कर रहे है लेकिन मामले की पूरी जांच होनी चाहिए। गोड़से नें गोली चलाई ये सही हैं लेकिन गोड़से की ही गोली से गांधी जी हत्या हुई ये जांच का विषय है। जीएसटी को लागू करना सरकार का पागलपन था इसको खत्म कर देना चाहिए।