हिमाचल में चुनाव खत्म हुए 9 दिन हुए है। और अब भी नतीजे आने में पूरा एक महिना बाकी है। ऐसे टाईम में चुनाव में उतरे नेता क्या करेंगे इस पर सबकी नजर है। वहीं नेताओं का मानना है कि जनता से संपर्क बढ़ाने का सबसे बेहतर टाईम है और चुनावी रिजल्ट आने तक नेता अपना अधिकतर टाईम जनता के बीच बिताएंगे।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनावों के बाद से लगातार जनता मिल रहे है। उन्होंने मंगलवार को रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेले के समापन समारोह में भाग लिया। उन्होंने इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए राज्य निर्वाचन विभाग से अनुमति ली थी। चुनावी नतीजे आने तक मुख्यमंत्री के अधिकार सीमित हो जाते है और वो कोई नीतिगत फैसला नहीं ले सकते। अहम फाइल मंजूरी के लिए निर्वाचन विभाग के पास ही भेजनी होती है।
नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल मतदान के बाद अधिकांश समय अपने निवास समीरपुर में गुजार रहे हैं। हर केंद्र से बूथ अध्यक्ष, बूथ पालक और वीएलए तीनों आकर उन्हें हर बूथ की रपट दे रहे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखिवंदर सुक्खू अधिकांश समय अपने विधानसभा क्षेत्र नादौन में गुजार रहे हैं।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष एवं ऊना से प्रत्याशी सतपाल सत्ती इन दिनों अधिकतर समय कार्यकर्ताओं के साथ बिता रहे हैं। इसी मंगलवार को सत्ती ने जनता के साथ समय बिताया। इनके अलावा वर्तमान सरकार के मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव और कांग्रेस-भाजपा विधायक जो चुनाव लड़ रहे हैं, अभी तक मतों का जोड़-तोड़ करने में व्यस्त हैं।
वहीं, चुनाव प्रचार में वोटर खुलेआम संपर्क में नजर नहीं आया। इस बार वोटर खामोश थे जिसके चलते नेताओं की नींद उड़ी हुई है। लेकिन दोनों पार्टियां जीत के दावे कर रही है। बीजेपी के मुताबिक वो पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। वहीं कांग्रेस को भी जीत का भरोसा है।