भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने तृणमूल कांग्रेस नेता सुजाता मंडल खान के बयान ‘दलित स्वभाव से भिखमंगे, बीजेपी के हाथों बिके हैं’ की कड़ी निंदा की है। सुजाता मंडल ममता बनर्जी की करीबी टीएमसी नेता है। उन्होनें कहा कि भारतीय जनता पार्टी कभी भी क्षेत्रवाद, जातिवाद की राजनीति नहीं करती है लेकिन टीएमसी और उसके नेता पश्चिम बंगाल को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश करते रहे हैं।
टीएमसी नेता द्वारा दिया गया बयान इसका जीता जागता उदाहरण है। इस तरह का बयान तृणमूल कांग्रेस की संकीर्ण सोच और निम्न स्तर की राजनीति को दर्शाता है। भारतीय जनता पार्टी अपनी प्रबल विचारधारा और अपने मूल सिद्धांतों के आधार पर राजनीति करती है न कि समाज व देश को बांटने की। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को सोच समझकर और मर्यादा में रहकर बयानबाजी करनी चाहिए।
सुरेश कश्यप ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस बूरी तरह हार रही है और अपनी हार को सामने देखते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता पूरी तरह बौखला गए हैं। उन्हें यह समझ ही नहीं आ रहा है कि वे किस तरह अपनी उपस्थिति को जनता के बीच बनाए रखे इसलिए अनाप शनाप बयानबाजी कर जनता को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान से पहले तृणमूल कांग्रेस की नेता सुजाता मंडल खान ने दलितों को लेकर आपत्तिजनक बातें कही है। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के लिए की गई अभद्र टिप्पणी से पूरा वाल्मिकी समाज अक्रोषित है। इस तरह के बयान समाज को बांटने का प्रयास करते हैं। तृणमूल कांग्रेस की नेता सुजाता मंडल द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के लिए दिए गए बयान के लिए ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी को सार्वजनिक रूप से अनुसूचित जाति वर्ग से माफी मांगनी चाहिए अन्यथा उन्हें इस वर्ग के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।