कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने के बाद हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष ने बयान जारी किया है। सोमवार को जारी बयान में सत्ती ने कहा कि बीजेपी पर कटाक्ष करने से पहले कांग्रेस अपनी पार्टी को संभाले। न तो पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं पर विश्वास है और न ही वरिष्ठ नेताओं पर। मंडी में कांग्रेस को कोई चुनाव लड़ने के लिए नहीं मिला, जिसकी वज़ह से सुखराम के पोते को बैसाख़ी बनाया गया। जिस पार्टी के सदस्य केवल जेल और ज़मानत पर हो… और परिवारवाद को बढ़ावा देना जानते हों, उनसे लोकतंत्र की क्या उम्मीद रख़ी जा सकती है।
सुखराम परिवार पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी सुखराम को बाहर का रास्ता दिखाया था, फिर जब उसका पंजा ढीला पड़ गया तो फिर भीतर बुला लिया। एक ही परिवार का बार-बार बाहर और भीतर का खेल पिछले ढाई दशकों से चल रहा है। अब कांग्रेस को सुखराम की इतनी चिंता हो गई है कि उसके पूरे परिवार का ही हाथ थाम रही है।
उन्होंने कहा कि अब खिसियाई कांग्रेस कमज़ोर बैसाखियों पर चलकर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है लेकिन कांग्रेस अपने मंसूबे पर पूरा नहीं उतरेगी। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के पास एक ऐसा कुशल और सक्षम नेतृत्व है, जो पूरी पार्टी को साथ लेकर चलता है तथा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाता है।