कोरोना महामारी के बीच दवा बनाने का दावा करने वाले रामदेव के पक्ष हिमाचल बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री आ गए हैं। शांता कुमार ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उन्होंने आयुष मंत्री को पत्र लिखकर दुख प्रकट किया है। कुछ औपचारिकताएं पूरी न कर पाने और कुछ शब्द प्रयोग की ग़लती के कारण स्वाी को अपराधी कटघरे में खड़ा कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आज भी लाखों कोरोना रोगी केवल शरीर की प्रतिरोधक की शक्ति की कारण ठीक हो रहे हैं। इसी शक्ति की बढ़िया दवाई पतंजलि ने तैयार की थी। शब्दों की इस प्रकार की ग़लती कई बार बड़े नेताओं से भी हुई है। रामदेव एक ऐतिहासिक महापुरुष है औऱ उनके कारण ही आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रयत्न से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस निश्चित हुआ है।
ऐसे में रामदेव जैसे महापुरुष को अपराधी के कटघरे में खड़ा करना मेरे जैसे करोड़ों भारतीयों का अपमान है। उन्होंने इस संबंध में आयुष मंत्री से आग्रह किया कि रामदेव के खिलाफ सभी मामले सम्मानपूर्वक वापस लिए जाएं।
शांता कुमार ने कहा कि महात्मा गांधी ने विदेश माल की होली जलाई औऱ स्वदेश की सपना लिया। गांधी जी तो चले गए और उसके बाद कई सरकारें आई और गईं लेकिन सपना साकार नहीं हुआ। विदेशी कंपनी ऐसे में और बढ़ती गई। एक अकेले सन्यासी ने बिना सरकार की सहायता से गांधी जी के सपने को पूरा किया। विदेशी कंपनियों की लूट को बंद करवाया। इतना ही नहीं, पतंजलि से कई लोगों को रोजगार मिला।