उपचुनाव में सिरमौर पच्छाद से भाजपा से बागी होकर उपचुनाव लड़ने वाली दयाल प्यारी कांग्रेस में शामिल हो गईं। यह सब इतना गुपचुप हुआ कि हिमाचल के कांग्रेसियों को भी इसकी भनक नहीं लगी । सिवाए पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर के इसकी जानकारों किसी को नहीं थी। आज नई दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस मुख्यालय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष पवन बंसल औऱ प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला के समक्ष कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई।
उल्लेखनीय है कि दयाल प्यारी भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के महत्वपूर्ण विभिन्न पदों पर रही। पिछले 15 सालों से दयाल प्यारी जिला परिषद के सदस्य के तौर पर विभिन्न वार्डों से जीतती रही हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट की सशक्त दावेदार थी, लेकिन अंतिम समय मे टिकट कटने की वजह से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ी और साढ़े बारह हजार से अधिक मत प्राप्त किये थे।
कांग्रेस का हाथ थामने के बाद दयाल प्यारी ने कहा कि अब वह कांग्रेस की कार्यकर्ता के तौर पर संगठन की मजबूती के लिए काम करेगी।भाजपा हमेशा ही तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है। अब वह कांग्रेस से जुड़ गई है और पूरे तन मन से प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिए काम करेगी। कांग्रेस पार्टी ही देश औक प्रदेश की एक ऐसी पार्टी है जिसके हाथों देश पूरी तरह सुरक्षित है और जिसने सभी वर्गों के उत्थान के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं व कार्यक्रम चलाए जिसकी बजह से आज देश व प्रदेश का सर्वांगीण विकास हुआ है।