सोशल मीडिया पर वन निगम के उपाध्यक्ष और बीजेपी नेता सूरत नेगी ने वीडियो वायरल होने के बाद सफाई दी है। शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सूरत नेगी ने इसका सारा ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य पर फोड़ा है। लिहाजा उनका कहना है कि उनका जो वीडियो वायरल हुआ वे कांग्रेस नेता ने वायरल किया और वीडियो का सिर्फ एक भाग वायरल किया है। पूरा वीडियो देखने पर ऐसा कुछ नहीं है जैसा जनता समझ रही है।
सूरत नेगी ने कहा कि उनका मतलब ये नहीं था कि जयराम सरकार ने बर्फ गिराई है। लेकिन इतना जरूर कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से तीन सर्दी के सीज़न में अच्छी बर्फबारी हुई। इससे बागवानी में और ख़ासकर सेब की फ़सल को बहुत लाभ हुआ है।
अब एक बार आप फ़िर सूरत नेगी के तर्क पर गौर करें कि ऊपर दिए गए बयान में वे ख़ुद इस बात को मानते हैं कि उन्होंने क्या कहा था। लेकिन उनकी बात पर सही तरीके से ग़ौर करें तो उसका निष्कर्ष यही निकलता है कि जैसे सरकार की बदौलत ख़ुदा मेहरबान हो औऱ उनके कहने पर बर्फबारी हो रही हो। उन्होंने आगे कहा कि अपनी सरकार के विकास कार्यों की तारीफ करना जायज है… लेकिन विधायक विक्रमादित्य क्यों मुख्यमंत्री की चापलूसी में लगे हैं। यहां फ़िर ग़ौर किया जाए तो सूरत नेगी फ़िर कहते हैं कि 'विकास कार्यों की तारीफ'… अब ये समझना थोड़ा मुश्किल है कि ये तारीफ की जो दलील है ये बर्फबारी को लेकर है या सेब को लेकर।
सूरत नेगी ने आगे कांग्रेस विधायक पर तंज कसा औऱ कहा कि जयराम तो उनके नेता भी नहीं लेकन फ़िर भी क्यों उनकी चापलूसी करते हैं। वे वंशवाद के नेता नहीं है जो गमले में उगा हो। हम जनता के नेता है। विधायक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ें हैं इसलिए हिंदी कम आती है।