ग्लोबल इन्वेस्टर मीट को लेकर बीजेपी की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजेपी नेताओं ने धर्मशाला में बैठक की और तैयारियों का जायज़ा लिया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती खुद यहां डटे हुए हैं। बैठक के बाद सत्ती ने कहा कि कांग्रेस द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर का विरोध करना निंदनीय है, यह कांग्रेस की बौखलाहट है और बौद्धिक दिवालिएपन का परिणाम है। प्रदेश सरकार इन्वेस्टमेंट के लिए मेहनत कर रही है ताकि इन्वेस्टर यहां आए।
वर्तमान सरकार इन्वेस्टर्स को भाव देना चाहती है, जो कि कांग्रेस के समय में समाप्त हो गया था। कांग्रेस राज में भ्रष्टाचार के चलते इन्वेस्ट करने वाले यहां आने से डरते थे, क्योंकि यहां कितनी रिश्वत चलती थी ऐसे में लोग हाय तौबा करके अन्य राज्यों में चले जाते थे। कांग्रेस बिल्कुल झूठ बोलकर हिमाचल में सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। पहले कांग्रेस को लगता था कि नए सीएम बने हैं, सरकार चलेगी नहीं, अब सरकार चल पड़ी है तो कांग्रेस को लगता था कि काम नहीं होंगे और अब अच्छे काम भी हो रहे हैं।
कांग्रेस द्वारा लॉ एंड ऑर्डर पर उठाए जा रहे सवालों पर सत्ती ने कहा कि देश में इतिहास में शायद पहली बार हुआ होगा जब कांग्रेस राज में आजाद जीते विधायक रमेश ध्वाला को कैद में रखा गया था। सत्ती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रदेश में तस्करों और चिट्टा माफिया की बात करती है, जबकि सच्चाई ये है कि कांग्रेस के नेता जो प्रमुख नेता और नेता विपक्ष बने हुए हैं, वो उन लोगों के सरगना और सहयोगी के रूप में काम करते रहे हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बाहर से आने वाले नशा तस्करों को रोकने के लिए साथ लगते राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बैठक की है। कांग्रेस के 5 साल में इतने नशे के मामले नहीं पकड़े गए थे, जितने भाजपा शासन में पुलिस को फ्री हैंड देने के चलते पकड़े गए हैं। इसके बावजूद कांग्रेस द्वारा प्रदेश सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। विपक्ष के नेता बात का बतंगड़ बनाने का काम करते हैं। बतौर उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के विधानसभा क्षेत्र में एक भी उद्योग नहीं आया, उसका जवाब अग्रिहोत्री नहीं दे पाते। इन्वेस्टर मीट कांग्रेस शासन के दौरान अन्य राज्यों में भी हुई थी, लेकिन कुछ नहीं आया। आज हम कर रहे हैं तो कांग्रेस वाले इन्वेस्टर को डराने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस दस जन्म भूल जाए हिमाचल में सरकार बनाना।
नेता विपक्ष द्वारा सरकार पर सरकारी पैसे से ऐशपरस्ती करने के आरोप पर सत्ती ने कहा कि क्या सरकार के पैसे से ऐश परस्ती नेता विपक्ष कर रहे हैं, क्या वो इसके लिए पात्र हैं, क्या उनके पास 23 विधायक हैं। सीएम ने नेक नीयत दिखाकर अग्रिहोत्री को नेता विपक्ष बना दिया, वो इंकार करते कहते कि मैं पात्र नहीं हूं, क्योंकि मेरे पास 23 एमएलए नहीं हैं और सरकार घाटे में है। दुष्प्रचार करना नेता विपक्ष की पुरानी आदत है।