बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद शांता कुमार ने कांग्रेस पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ हमले बोले। शिमला में मीडिया के साथ बातचीत में शांता ने कहा कि आज देश भर माहौल वन साइडेड हो चुका है। एक ओर बीजेपी है जो साफ़ है… वहीं दूसरी ओर केवल धुंधली तस्वीर है। बीजेपी के पास प्रधानमंत्री मोदी है जो सशक्त चेहरा हैं, जबकि दूसरी ओर कोई चेहरा ही नहीं।
हिमाचल में कांग्रेस के हाल कुछ ऐसे ही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह मंडी में अपने प्रत्याशी को आया राम-गया राम कह रहे हैं तो शिमला में शांडिल को पुराने पापी कहते हैं। विपक्ष बुनियादी समस्याओं पर बात ही नहीं कर रहा है क्योंकि विपक्ष स्वस्थ है ही नहीं। अब वीरभद्र सिंह मजबूरी में मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे हैं। बीजेपी का कोई विकल्प नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र के लिए सही नहीं है क्योंकि सशक्त लोकतंत्र के लिए सशक्त विपक्ष का होना जरूरी है। देश मे नरेन्द्र मोदी का कोई विकल्प नंही है। देश में भाजपा पहले से ज़्यादा सीट जीत कर आएंगी। देश मे काम हुए है उसी के नाम पर भाजपा वोट मांग रही है। दुनिया मे सबसे ज़्यादा विषमता भारत में है। सबसे ज़्यादा अमीर भी भारत मे है जबकि सबसे ज़्यादा ग़रीब भी भारत में है। इनका विकास 65 वर्षों में नही हो पाया।
शांता कुमार ने कहा कि 52 वर्ष हो गए चुनाव लड़ते लड़वाते इसलिए इस बार चुनाव नही लड़ रहा हूं। 75 साल की उम्र सीमा का बीजेपी का निर्णय सही है। पार्टी में नई पीढ़ी आनी चाहिए और सबको मौका मिलना चाहिए। चुनाव न लड़ने का निर्णय मेरा अपना है। चम्बा सीमेंट प्लांट के लिए मैं जरूर काम करूंगा और किशन कपूर के असिस्टेंट एमपी के रूप में काम करूंगा।
शांता ने कहा कि देश में राजनीति का स्तर गिर रहा है। आज नेता शब्द सम्मान सूचक नहीं रहा है बल्कि अपमान और गाली बनकर रह गया है। सुभाष चंद्र बोस के साथ नेता शब्द लगा था। हिमाचल में राजनीति का स्तर गिर गया है नेताओ को भाषा पर संयम रखना चाहिए। जब यशवंत सिंह परमार मुख्यमंत्री थे तो राजनीति का स्तर बहुत ऊंचा था उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा।