न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम न इधर के हुए न उधर के ……. यह वाक्या आज के दौर की राजनीति पर प्रदेश भाजपा के बड़े नेता सुरेश चंदेल पर फिट बैठ रहा है । पिछले 6 महीनों से लगातार उनकी मशक्कत चल रही थी कि किसी भी तरह से लोकसभा टिकट कांग्रेस पार्टी से ली जाए । अपनी इस कवायद के तहत वो लगातार कांग्रेस के बड़े नेताओं के संपर्क में बने रहे । अब जब कांग्रेस पार्टी ने हमीरपुर से टिकट की घोषणा कर दी है, तो कहीं ना कहीं हमारी यह कहावत उन पर फिट बैठती नजर आ रही है । क्योंकि इससे पहले बीजेपी भी लगातार उन्हें मनाने का प्रयास कर रही थी ।
सुरेश चंदेल के इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप राठौर कहते हैं कि पार्टी में आने का रास्ता ना सुरेश चंदेल के लिए बंद हुआ है ना अन्य किसी नेता का । लेकिन सुरेश चंदेल के लिये ये सबसे भारी वक्त है । आखिर चंदेल क्या करेंगे । क्या उस पार्टी में जायेंगे, जिस पार्टी से टिकट के लिये वो लगातार दिल्ली दरबार के चक्कर लगा रहे थे । या अपनी पुरानी पार्टी में ही रहेंगे । अगर ऐसा होता है तो किया बीजेपी में अब उन्हें पुराने वक्त वाला ट्रीटमेंट मिलेगा ।
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वहीं, पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर ने कहा कि ठाकुर रामलाल को हाईकमान ने सोच समझ कर ही लोकसभा का टिकट दिया है और वह पार्टी के एक सशक्त उम्मीदवार है । पैनल में भी सशक्त उम्मीदवार के रूप में ही रहे हैं । उन्होंने कहा कि हमीरपुर लोकसभा सीट ही नहीं बल्कि सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज करना हमारा लक्ष्य है । उस लक्ष्य को इस बार कांग्रेस पार्टी बिना किसी आपसी मतभेद के जीतने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोकसभा सीटों के हमारे उम्मीदवार सशक्त हैं और चुनाव जीतेंगे।