मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश के 2 मंत्रियों के खिलाफ वायरल लेटर में पुलिस की कार्रवाई जोरों पर है। सोमवार को पुलिस ने इस मामले में BJP के पूर्व मंत्री का मोबाइल जब्त किया है औऱ इसे फॉरेंसिक लैब के लिए भेजा है।
इस लेटर के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा का ही एक गुट अंदर खाते एक मुहिम चलाए हुए है। अगर पुलिस जां सही पाई जाती है तो भाजपा का एक गुट सीधे-सीधे सरकार के निशाने पर आ सकता है। इसके लिए बकायदा मुख्यमंत्री और प्रभारी मंगल पांडे के पास शिकायत भी पहुंच चुकी है औऱ एसपी कांगड़ा से इसकी जांच रिपोर्ट भी तलब की गई है। वहीं, उपचुनाव के नजदीक आते ही इस तरह के पत्र बम बड़ी उठापटक भी कर सकते हैं।
क्या है मामला…??
एक हफ्ते पहले सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और 2 मंत्रियों के खिलाफ एक पत्र वायरल किया गया था। इस लेटर में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियों के साथ सांसद पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए गए थे। यहां तक कि बीजेपी में इस लेटर बम के बारे में खूब चर्चा है। हालांकि, पुलिस मामले की जांच कर रही है और मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद जल्द इसकी जांच रिपोर्ट मांगी गई है। डीएसपी पालमपुर ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा है कि पुलिस तफ्तीश में जुटी हुई है।