जिस पार्टी के देश और प्रदेश के नेता जमानत पर चल रहे हों, उस पार्टी के विधायकों को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से त्यागपत्र मांगने का नैतिक अधिकार नहीं है। यह बात भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने परिधि गृह बिलासपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में वर्चस्व की जंग चल रही है और इसके नेताओं में अपने आपको एक-दूसरे से श्रेष्ठ साबित करने की होड़ लगी हुई है और इसी होड़ में इसके नेता तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं। जिससे कांग्रेस पार्टी की जगहसाई हो रही है।
लोगों में कांग्रेस की दिन प्रतिदिन गिर रही साख को बचाने के लिए ही इसके प्रदेशाध्यक्ष को गत दिवस यह बयान देना पड़ा कि कांग्रेस का कोई भी नेता बिना पार्टी गाइडलाइन के बयानबाजी नहीं करेगा। जिस पार्टी के शासनकाल में देश और प्रदेश में भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित हुए हों। उस पार्टी के नेताओं के मुंह से ईमानदारी की बातें सुनना अच्छा नहीं लगता है। भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए है और जैसे-जैसे भ्रष्टाचार के मामले सामने आए वैसे ही प्रदेश सरकार ने इसकी छानबीन के आदेश जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा सरकार पूरी ईमानदारी और पारदॢशता से अपना काम कर रही है। इसके चलते ही एक स्वतंत्र एजेंसियों ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को अब्बल आंका है। बात चाहे सैनेटाइजर घोटाले की हो या फिर स्वास्थ्य विभाग के निदेशक के ऑडियो की, प्रदेश सरकार ने बिना समय गंवाए दोनों मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन के आदेश दिए और स्वास्थ्य निदेशक को सस्पैंड कर गिरफ्तार करवाया।