कोरोना महामारी ने अब प्रदेश में सियासी रंग ले लिया है। एक ओर कांग्रेस कोरोना को लेकर सरकार को घेरे हुए वहीं बीजेपी नेता इसपर राजनीतिक रोटियां सेंकने के आरोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में मंत्री राजीव सैजल और राकेश पठानियां ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता कोविड-19 पर राजनीति कर रहे हैं। यह खेदजनक है कि वे इसके संक्रमण के लिए भाजपा नेताओं को दोषी ठहरा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अन्य कांग्रेस नेताओं का इस प्रकार का बयान पूर्णतः अनुचित और गैर-जिम्मेदाराना है। उन्हें मालूम होना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश में इस महामारी के संक्रमण के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं जिसके कारण यहां संक्रमितों की संख्या और मृत्यु दर अन्य राज्यों की तुलना में कम है। स्वयं देश के प्रधानमंत्री ने प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की है और देश के अन्य राज्यों को कोविड-19 की रोकथाम के लिए हिमाचल के मॉडल को अपनाने का परामर्श दिया है।
मंत्रियों ने कहा कि कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की दर बेहतर है और राज्य सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के लिए व्यापक प्रबन्ध किए हैं। राज्य में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों और मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। 3 अक्तूबर को अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के लिए प्रदेश सरकार ने प्रोटोकोल के सभी दिशा-निर्देशों का सख़्ती से पालन किया। अन्तर्गत कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों का कोविड टेस्ट किया गया।
कोविड परीक्षण के परिणाम एसपीजी को साझा किए गए और स्वीकृति के उपरान्त कोविड नेगेटिव लोगों को ही सभी स्थलों पर कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति प्रदान की गई। जो लोग कोरोना के लिए संक्रमित पाए गए उन्हें मानक संचालन प्रक्रिया के अन्तर्गत पृथक किया गया। कोविड-19 महमारी से समूचा विश्व जूझ रहा है और संकट के इस समय में कांग्रेस पार्टी को राजनीति करने के बजाय सरकार के प्रयासों को अपना भरपूर सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्र्रकार की ओछी राजनीति कांग्रेस पार्टी की घटिया मानसिकता और दूषित सोच को दर्शाती है जिसका प्रदेश की जनता मुंहतोड़ जवाब देगी और कांग्रेस नेताओं के बहकवो में नहीं आएंगे।