जयराम सरकार के मंत्रियों ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले अनिल शर्मा के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, रामलाल मारकंडा और गोविंद सिंह ठाकुर ने अनिल शर्मा से विधानसभा से भी इस्तीफा मांगा हैं। उन्होंने कहा कि यदि अनिल शर्मा में दम है तो वे दोबारा चुनाव मैदान में उतरें… उन्हें अपनी हैसियत पता चल जाएगी। मंडी की जनता ने बीजेपी पर भरोसा करके उन्हें जिताया था। मंत्रियों ने अनिल शर्मा को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ भद्दी बयानबाजी तुरन्त बन्द करने को भी कहा।
संयुक्त बयान मे कहा कि अनिल शर्मा में जरा सी भी नैतिकता नहीं बची है वरना वे विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे देते। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें मंत्री पद देकर मंडी की जनता के प्रति अपना प्यार जताया था, लेकिन अनिल शर्मा ने परिवारवाद में फंस कर मंडी की जनता से विश्वासघात किया। वरिष्ठ मंत्रियों ने आरोप लगाया कि अनिल शर्मा मंत्री रहते हुए मंडी के विकास में रूचि लेने के बजाय अपने परिवार के विकास में जुट गये। साथ ही उन्होंने मंत्री को भद्दी बयानबाज़ी बंद करने की भी बात कही।
रणधीर शर्मा और बिक्रम ठाकुर ने भी मांगा इस्तीफा
भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा, मंत्री बिक्रम ठाकुर और प्रवक्ता अजय राणा ने मण्डी से जारी बयान में कहा है कि अनिल शर्मा में अगर जरा सी भी नैतिकता है तो वह विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव मैदान में उतरे। क्योंकि अनिल शर्मा ने मण्डी की जनता के साथ विश्वासघात किया है। मण्डी की जनता ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह पर वोट दिया था और ठाकुर जयराम ने उन्हें मंडी का विकास करने के लिये अपने मंत्रीमण्डल में स्थान दिया था।