प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली से लौटे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर सोमवार कोपूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिलें। इसी बीच वीरभद्र सिंह और राठौर के बीच लंबी बातचीत चली। बताया जा रहा है कि वीरभद्र सिंह ने राठौर की अपने समर्थकों को पदाधिकारी बनाने की सूची दी है। साथ ही शिमला में 17 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम पर भी मंथन किया गया।
पांच साल पहले एक दूसरे के धुर विरोधी रहे राठौर एवम वीरभद्र सिंह की जुगलबंदी प्रदेश में नए समीकरण बना सकती है। जबकि सुक्खू गुट के लिए ये जुगलबंदी परेशानियां खड़ा कर सकती है। क्योंकि आजकल सुख्खू और वीरभद्र सिंह के बीच ज़ुबानी जंग चरम पर है। इसी बीच सुख्खू के वीरभद्र सिंह को लेकर दिए गए बयान पर बवाल मचा हुआ है। वीरभद्र सिंह ने बाकायदा 11 कांग्रेसी विधायको के नाम से प्रेस नोट जारी कर सुक्खू के ख़िलाफ़ खुली बग़ावत का ऐलान कर दिया है।