चुनावी बिगुल के बाद CLP मुकेश अग्निहोत्री ने एक बार फिर मोदी सरकार के साथ-साथ बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। अग्निहोत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले पांच सालों में सिर्फ जनमानस को ज़ख़्म दिये हैं और अब उनका हिसाब लेने का समय आ गया है। जहां प्रदेश के चारों सांसद हिमाचल के हितों की रक्षा नहीं कर पाए, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में मुद्दों की लंबी फेहरिस्त भी है।
उन्होंने कहा कि जय राम सरकार सवा साल के अंतराल में प्रदेश में कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाई। इसने जहां प्रदेश को वित्तीय कुप्रबंधन में धकेल दिया और कर्जों के सहारे गाड़ी धकेल रहे हैं वहीं पर चुनावी वायदे कतई पूरे नहीं किए गए। बीजेपी ने चुनावी वायदों से मुंह मोड़ कर राज्य में वोट हासिल करने का नैतिक अधिकार खो दिया है। प्रधान मंत्री मोदी ने न तो हिमाचल को वित्तीय पैकेज दिया, न ही चारों सीटें हासिल करने के नाम पर प्रदेश की जनता से किए गए वायदे पूरे किए, न ही सेब उत्पादकों और कबायली इलाकों को घोषित करने के वायदे पूरे किए।
उन्होंने कहा किमौजूदा सरकार ने शुरू से ही चुनावी आचार संहिता को धता दिखाना शुरू कर दिया है। रविवार की रात आचार संहिता लगने पर सरकार ने तबादला आदेश जारी किए जिससे सरकार के मनसूबे साफ हो गए। उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि सरकार पर कड़ी नजर रखी जाए और होम सर्कल तथा डिविजन में लगे तमाम अफसर हटाए जाएं।