नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए निराशाजनक है। कांग्रेस पार्टी के आगे बहुत बड़ी चुनौतियां है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए कारगर कदम उठाने पड़ेंगे और ग्राउंड लेवल पर काम करना होगा। बूथ से लेकर यूथ तक हैंडल करना है, इसको लेकर नई सोच पैदा करने पड़ेगी।
ऊना में जारी बयान में मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी को पूर्ण स्थापित करना है। पूर्ण स्थापित करने के लिए क्या करना है, ये तो संगठन व पार्टी ने फैसला लेना है। चुनाव के बाद पहली बार हिमाचल प्रदेश की प्रभारी रजनी पाटिल दो दिन के लिए शिमला आ रही हैं। पाटिल दो दिनों में सारी स्थिति का मुल्यांकन करेगी। हार के कारण का पता किया जाएगा।
मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि यूं तो पूरे देश भर में स्थिति कुछ अच्छी नहीं रही। लेकिन, जिस बड़े राज्य में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया, उन्हीं बड़े राज्यों में कांग्रेस को बड़ा उल्टफेर देखने को मिला है। पूरे देश में सिर्फ पंजाब ही एक ऐसा राज्य है, जहां पर अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में बेहतर प्रदर्शन रहा। लेकिन हिमाचल प्रदेश में हार के क्या कारण रहे, इसको लेकर रजनी पाटिल सभी से बात करेंगी।
इनवेस्टर मीट पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पूंजी निवेश का सवाल है। पूंजी निवेश हिमाचल में सिर्फ पैकेज की वजह से हो सकता है, जिसके प्रयास हिमाचल सरकार को करने चाहिए। जो नोर्थ ईस्ट को पैकेज केंद्र सरकार ने दे रखा है, अगर वो हिमाचल को मिलेगा तो उसी स्थिति में हिमाचल को निवेश में अग्रसित किया जा सकता है। नोर्थ ईस्ट को 6 विशेष छूट दे रखी है। जेएंडके को तीन चीजें दे रखी है। हिमाचल और उत्तराखंड को अधूरा पैकेज दे रखा है। हिमाचल में भी नोर्थ इस्ट की तर्ज पर निवेश पैकेज दिया जाए। अब हालत यह है कि हिमाचल से इंडस्ट्री पलायन हो रहा है। कारखाने लो कैपेसिटी से चलाए जा रहे हैं।