तीन साल तक शांत रहे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री के बीच तीन साल तक माहौल सौहार्दपूर्ण रहा लेकिन अर्की पर दिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के बयान ने सियासी हलचल बढ़ा दी। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र के लेकर दिए मुख्यमंत्री के बयान ने आग में घी डालने का काम किया है। जिसके चलते वीरभद्र सिंह ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
उनके बयानों पर पलटवार करते हुए अब मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार ने राजनीतिक आधार पर चुनावों के नज़दीक संस्थान खोल दिए। संस्थानों को खोलते वक़्त जरूरी मापदंड और जरूरतों का ध्यान भी नहीं रखा गया। राजनीति लाभ के लिए इन जगहों पर ये संस्थान खोले थे जिसके चलते उन्हें डिनोटिफाइ किया गया। याद रहे कि सरकार ने बीते दिनों करीब 17 स्वस्थ्य संस्थाओं को डिनोटिफाइ किया था।