हिमाचल प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 का बजट पेश कर दिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने 3 घंटे 2 मिनटे के बजट भाषण में क़रीब 44 हज़ार करोड़ का बजट पेश किया। इस बार का ये बजट पिछले बजट की अपेक्षा घाटे वाला रहा है।
2018-19 में राजस्व प्राप्तियां 31 हज़ार 189 करोड़ रुपए हैं, जबकि राजस्व व्यय 33 हज़ार 408 करोड़ रहने का अनुमान है। इस प्रकार कुल राजस्व घाटा 2 हज़ार 219 करोड़ रहेगा। कुल राजकोषीय घाटा 7 हज़ार 786 रहने का अनुमान है जो सकल घरेलू उत्पाद का 5.14 फीसदी है। घाटे को पूरा करने के लिए 4 हज़ार 546 करोड़ ऋण लेने का अनुमान है।
बजट में मुख्यमंत्री ने सभी वर्गों को ख़्याल रखा है। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के आखिर में ये घोषणाएं की…
शिमला और सोलन में बाल बालिका आश्रम में रह रहे बच्चे के लिए 18 वर्ष पूरी करने पर आश्रम छोड़ने के बाद केयर होम स्थापित
कम उम्र में हुई विधवाओं के लिए जो 45 वर्ष से कम है के नर्सिंग और ITI में प्रशिक्षण के लिए प्रवेश पर 40 फीसदी आरक्षण
मजदूरों की दिहाड़ी 225 से बढ़ाकर 250 को गई
2219 करोड़ के घाटे वाला बजट।
गंभीर रूप से बीमार, आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को प्रतिमाह 2 हजार रुपये मासिक दिए जाएंगे
AIDS से ग्रस्त लोगों को 8 सौ से बढ़कर 15 सौ रुपये मासिक दिया जायेगा और इलाज निःशुल्क होगा
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