बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के वॉकआउट की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कड़े शब्दों में आलोचना की। तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं 'बाहर होते-होते, हमेशा के लिए ही बाहर ना हो जाए विपक्ष'। वे विपक्ष के इस गै़र जिम्मेदाराना रवैये से आहत हुए हैं। अख़बारों की सुर्खियों में रहने के लिए विपक्ष अनावश्यक मुद्दों को सदन में उठा रहा है।
मृत और सेवानिवृत कर्मियों के तबादले करने के विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तथ्यहीन बातें हैं। विपक्ष के पास ऐसी जानकारी है तो वह इनका आंकड़ा दें, इसकी जांच करवाई जाएगी। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सदन में तबादलों से जुड़ा एक सवाल किया गया था, लेकिन तत्कालीन सरकार ने पांच साल तक इसका जवाब नहीं दिया।
वहीं, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, नियम-117 और नियम-130 के तहत चर्चा को तैयार है। सदन में आज अनुपूरक बजट पारित होना है और विपक्ष राजनीतिक कारणों से इसे तबादलों का मुद्दा बना रहा है। पूर्व कांग्रेस सरकार ने अपने शासनकाल में 5 लाख से अधिक तबादले किए थे, लेकिन उनका जवाब आज दिन तक नहीं दिया।