प्रदेश में बिकने वाली शराब पर अब बार कोड लगाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इस मंजूरी दी है और मुख्यमंत्री ने भी इस पर बयान दिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बाहरी राज्यों से शराब की तस्करी अधिक होती है जिससे अब हर बोतल पर बार कोड रहेगा। इससे हर बोतल को ट्रेस किया जा सकता है और दाम, मिलावट आदि में किसी तरह झोल नहीं होगा।
जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर विपक्ष के बवाल को गैर जरूरी बताया। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए आने चेहतों को फायदा पहुंचाने वाले काम करती रही और पारदर्शी नीति को लेकर जनता को गुमराह करती रही। सरकार ने आबकारी नीति में पारदर्शिता का सबसे बेहतरीन समायोजन कर इसे प्रदेश हितैषी बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आबकारी नीति से बढ़ेगा राजस्व और प्रदेश में शराब की तस्करी रोकने के कारगर होगी। शराब की हर बोतल की बिक्री पर प्रदेश में गौ वंश के संवर्धन और संरक्षण के लिए प्रति बोतल डेढ़ रुपया पैसा जुटाया जाएगा जिससे गौ सदन आदि का संचालन आसान होगा। विपक्ष सरकार के किसी भी सकारात्मक काम को पहचान नहीं पा रहा है और यही वजह है कि नई पारदर्शी आबकारी नीति को लेकर जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के उन सभी आरोपों को भी सिरे से खारिज किया जिसे लेकर विपक्ष हिमाचल प्रदेश को शराबियों और नशाखोरी का अड्डा बनाने के आरोप लगा रहा है। मुख्यमंत्री ने साफ किया कि नई आबकारी नीति से प्रदेश में नशाखोरी और शराब का प्रचलन बढ़ने जैसी बातें बिल्कुल निराधार है। सरकार ने केवल गलत नीतियों को ठीक करने का काम किया है जिससे प्रतिवर्ष सरकार को कई सौ करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा था। सरकार ने केवल उन खामियों और गलतियों को ठीक करने का काम किया है और इसके ठीक हो जाने से प्रदेश में अब शराब कारोबारियों के साथ साथ आबकारी विभाग को भी फायदा होने वाला है ।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इससे प्रदेश में नशाखोरी या सरकार की तरफ से शराब की बिक्री बढ़ाने ऐसी कोई मंशा नहीं है। केवल नीतियों को पारदर्शी और तर्कपूर्ण बनाया गया है जिसे पूर्व सरकारों ने भ्रष्टाचार का अड्डा बना कर रखा हुआ था। जिसे लेकर विपक्ष तिलमिला गया है।