देश भर में सड़क दुर्घटनाओं में कई लोग अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में भी सड़क हादसों में सालाना करीब डेढ़ हज़ार लोग मौत का ग्रास बन जाते है। इन दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हिमाचल में आज से राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा अभियान शुरू किया गया। शिमला के रिज मैदान से इस सड़क सुरक्षा अभियान को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर लोगों को जागरूक करने के लिए लघु नाटिकाओं का मंचन किया गया।
परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने बताया कि इससे पहले सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता था। लेकिन इस मर्तबा सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। बेल्ट लगाना, वाहन चलाते समय मोबाइल फ़ोन पर पाबंदी, ओवर स्पीड और हेलमेट लगाने के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। यदि सड़क हादसे में कोई व्यक्ति मदद करता है तो उससे पुलिस पूछताछ नहीं करेगी। गुड समार्टियन अभियान से भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। ई परिवहन औऱ कैशलेस को एचआरटीसी शुरू करने जा रहा है। सरकार इलेट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक चार्ज केन्द्र स्थापित करने पर बल देगी।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि सड़क हादसे में यदि कोई किसी व्यक्ति की जान बचाने में सफल होता है तो इससे बड़ा कोई पुण्य नहीं है। परिवहन निगम ने एक माह का पूरा खाका तैयार किया है जिसके तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा। मोबाइल सुनते समय वाहन न चलाएं ऐसी लापरवाही से आप खुद और दूसरे व्यक्ति को संकट में डालते हैं। अंधी दौड़ भी सड़क में मौत को दावत देती है। इसलिए सड़क में चलते समय बहुत सावधनियां बरतने की जरूरत है। जानकारी के साथ जागरूकता जरूरी है। इस अभियान को गांव स्तर ले जाना है। सड़कों में जहां दुर्घटनाओं की संभावना है उन जगहों में क्रैश बैरियर लगाना सुनिश्चित करें। इसके लिए ज़िम्मेदारी तय होगी।