शिमला में जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस का दबदबा रहा है। शपथ ग्रहण समारोह के बाद जिला परिषद के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के लिए जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस पार्टी जिला में 13 सदस्यों के साथ बहुमत का दावा कर रही है। शिमला में जिला परिषद की 24 सीट हैं जिनमें से 13 सदस्य कांग्रेस के साथ कांग्रेस कार्यालय में पहुंचे और बैठक की। इस हिसाब से शिमला में कांग्रेस के जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनना तय है। कांग्रेस पार्टी भाजपा पर स्पष्ट जनादेश न मिलने से प्रलोभन व जोड़तोड़ की राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि सरकार ने पंचायत रोस्टर को प्रभावित किया। बावजूद इसके कांग्रेस के उम्मीदवार जीत कर आए। भाजपा ने जनादेश को चुराने का प्रयास किया। नालागढ़ और बद्दी में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों को प्रलोभन दिया व अपने साथ मिला लिया। मुख्यमंत्री औऱ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लगातार इन चुनावों के झूठे जीत के आंकड़े प्रस्तुत करते रहे। भाजपा अधिकारियों के द्वारा निर्दलीय और कांग्रेस के प्रतिनिधियों को प्रताड़ित कर अपने खेमे में मिलाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस और प्रदेश की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा को प्रदेश में कही भी जनादेश नहीं मिला है और जोड़तोड़ की राजनीति की जा रही है।
इस अवसर पर भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों को जनता ने नकार है। भाजपा के लोग प्रलोभन की राजनीति कर रही है। आने वाले चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी।