प्रदेश में बढ़े सीमेंट के दामों पर कांग्रेस ने जयराम सरकार को कटघरे में खड़ा किया। आलोचना करते हुए प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठ़ौर ने कहा कि सीमेंट के मूल्यों में लगातार बढ़ोतरी से साफ है कि प्रदेश में इन कंपनियों के साथ सरकार की पूरी सांठ-गांठ है। प्रदेश में बनने वाला सीमेंट बाहरी राज्यों में सस्ता और प्रदेश में महंगा होने का साफ मतलब है कि सरकार ने इन्हें प्रदेश को लूटने की खुली छूट दे रखी है।
राठौर ने कहा है कि प्रदेश की आबोहवा की कीमत पर बन रहा सीमेंट आज प्रदेश के लोगों को मजबूरी में महंगी दरों में खरीदना पड़ रहा है।पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा यहां तक की दिल्ली और राजस्थान तक मे प्रदेश में बनने वाला सीमेंट 50 रुपये तक सस्ता मिल रहा है, जबकि इन राज्यों में इसकी ढुलाई का अतिरिक्त बोझ भी होता है। उनका कहना है कि प्रदेश में इसकी कीमत सरकार को स्वयं निर्धारित करनी चाहिए।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह इनकी किसी भी मनमर्जी के आगे पूरी तरह नतमस्तक नजर आ रही है। प्रदेश सरकार को तुरंत बढ़े हुए मूल्यों को रद्द करते हुए इनकी मनमर्जी पर रोक लगानी चाहिए। प्रदेश के लोगों का किसी भी प्रकार से किसी भी स्तर पर कोई शोषण सहन नहीं किया जाएगा।
वहीं, राठौर ने इन सीमेंट कंपनियों को भी चेताया है कि अगर उन्होंने इसी प्रकार की प्रदेश में अपनी लूट घसूट जारी रखी तो कांग्रेस चुप बैठने वाली नहीं। प्रदेश के हितों से किसी भी प्रकार का कोई भी खिलवाड़ सहन नहीं होगा।
ग़ौरतलब है कि हिमाचल में बनने वाले सीमेंट की क़ीमत 10 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से बढ़ गई है। पिछले 3 महीने ये कीमते 2 बार बढ़ चुकी हैं और ढुलाई वगैराह डालकर बाजार में इसकी क़ीमत 390 से 395 तक हो सकती है।