हिमाचल प्रदेश की राजनीतिक पार्टियों में इन दिनों सुखराम परिवार सुर्खियों में है। एक के बाद एक बीजेपी और कांग्रेस के नेता वर्तमान राजनीतिक गतिविधियों पर सुखराम परिवार पर बयान दे रहे हैं। एक बार फिर कांग्रेस के हिमाचल अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठ़ौर ने बीजेपी को मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार किया है।
अध्यक्ष ने कहा कि पंडित सुखराम और आश्रेय कांग्रेस पार्टी में अपनी मर्जी से आये है। उन्हें कोई ज़बरदस्ती कांग्रेस में नहीं लाया है वे अपनी मर्जी से कांग्रेस में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री का ये कहना साफ तौर पर गलत है कि कांग्रेस ने जबरदस्ती बीजेपी के लोगों को पार्टी में लाया है और टिकट दिया है। पंडित सुखराम बीजेपी में जाने से पहले भी कांग्रेस के नेता रह चुके हैं और अब उनकी फिर से घर वापसी हुई है। कांग्रेस के पास चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों का कोई घाटा नहीं है बल्कि चुनाव लड़ने के इच्छुक बहुत है।
बीजेपी को खुद को देखना चाहिए कि उन्हें सिलेक्शन में कितनी दिक्कत आ रही थी। बीजेपी ने तो अपने सीटिंग सांसदों शांता कुमार और विरेंद्र कश्यप का जबरदस्ती टिकट काट दिया है। आने वाले समय मे हिमाचल प्रदेश में राहुल गांधी की रैलियां भी आयोजित करवाई जाएंगी। इसके लिए राहुल गांधी को से समय मांगा गया है। कांग्रेस लोकसभा चुनावों में प्रदेश की चारों सीटों पर जीत दर्ज करेगी।