प्रदेश कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र ज़मीनी स्तर पर बीजेपी की घेराबंदी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को सुक्खू जुब्बल-कोटखाई पहुंचे, जहां उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के साथ-साथ प्रदेश सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया। सुक्खू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब प्रदेश के मुखिया जयराम ठाकुर भी जुमला किंग बन गए हैं। जिस तरह मोदी सरकार ने 2014 में किसानों समेत जनता को छकाया उसी तरह जयराम ठाकुर भी प्रदेश के लोगों को सब्जबाग़ दिख़ा रहे हैं।
सुक्खू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उड़ान योजना के तहत हेलीटैक्सी चलाने की घोषणा की, लेकिन एक साल में हेलीपोर्ट तक नहीं बनवा पाए। NH की डीपीआर तैयार करने को लेकर भी उनकी घोषणाएं जुमले साबित हुई हैं। अपराधियों पर लगाम कसने के दावे भी जुमले ही निकले। सरकार को एक साल का वक़्त पूरा होने को है और पहले 6 महीने तो हनीमून पीरियड में निकल गए। लेकिन इसके बाद भी सरकार पर से सत्ता का नशा नहीं उतर रहा है।
सुक्खू ने कहा कि हालात ऐसे हैं कि प्रदेश की जर्जर सड़कों की मरम्मत कराने की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। सड़क में गड्ढे नहीं, गढ्ढों में सड़कें हो गई हैं। उन्होंने कहा कि जुब्बल-कोटखाई सड़क मार्ग का निर्माण कार्य पूरा कराने में भी बीजेपी सरकार नाकाम रही है। शिमला जिले का विकास पूर्व कांग्रेस सरकार की ही देन है। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस ने ही विकास कराया है।
मोदी सरकार ने किया बागवानों से धोखा!
मोदी सरकार पर बोलते हुए सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के सेब उत्पादकों के साथ मोदी ने पीएम बनने के बाद भी बहुत बड़ा धोखा किया। 2014 में सेब पर आयात मूल्य 50 प्रतिशत बढ़ाने का वादा केंद्र सरकार ने साढ़े चार साल का कार्यकाल बीतने तक भी पूरा नहीं किया। इससे हिमाचल के सेब उत्पादकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। बाहरी सेब के आयात होकर यहां आने से हिमाचल के बागवानों को सेब के उचित दाम नहीं मिल पा रहे। जो सेब की पेटी 1800 से 2500 रुपये में बिकती थी, वह इस बार 800 से 1200 रुपये में बिकी, जिससे बागवानों को इस बार 2 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
'PM के सामने सांसदों के मुंह पर लग जाता है ताला'
सुक्खू ने हिमाचल के BJP सांसदों पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने बीजेपी सांसदों की जुबान पर ताला लग जाता है। वे हिमाचल के हितों की रक्षा करने और चुनावी वादे पूरा कराने में विफल रहे हैं। सांसद वीरेंद्र कश्यप तो बागवानों और किसानों का मुद्दा मोदी के सामने उठाने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाए। उन्होंने मोदी को सेब पर आयात मूल्य 50 प्रतिशत बढ़ाने का वादा तक याद नहीं कराया। बीजेपी सिर्फ झूठ की राजनीति में माहिर है।