नूरपुर में हुए स्कूल बस हादसे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सु्क्खू ने ख़ेद जताया है। सुक्खू ने कहा कि सरकार निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए पूरी तरह नाकाम साबित हुई हैं। 1 साल पहले भी ऐसा ही हादसा पेश में आया था, जिसमें कई घरों के चिराग बुझ गए। लेकिन, इन सब के बाद भी सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। उस समय सरकार ने सख़्त कानून बनाने के दावे किये थे, लेकिन ये हादसा सरकार की पोल खोलता नज़र आ रहा है।
सुक्खू ने कहा कि सरकार ने उस समय कई वादे किये थे कि प्रदेश में बच्चों के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। लेकिन ये हादसे से साफ पता चलता है कि सरकार कहीं न कही अपने ही वादों से चूक गई है। याद रहे कि गुरुवार को नूरपुर के फंगोता में स्कूल बस सड़क धंसने से पलट गई थी। हादसे में 3 बच्चों की हल्की चोटें आई हैं, जिनका उपचार जारी है।
पिछले साल भी हुआ था हादसा
9 अप्रैल 2018 को नूरपुर के मलकवाल में एक स्कूल बस हादसे का शिकार होकरा खाई में जा गिरी थी। इस भयानक हादसे में 23 बच्चों सहित 27 लोगों की मौत हुई थी। इस हादसे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित तमाम नेता पीड़ित परिवारों के घर पहुंचे थे और कई वादे किये थे। लेकिन न तो अभी तक निजी स्कूल अपनी हरक़तों से बाज आ रहे हैं और न ही ड्राइवर।
यहां तक कि जिन पीड़ित परिवारों को सरकार ने हर संभव मदद की बात कही थी, वे भी आज दिन तक दर-दर ठोकरे ख़ा रहे हैं औऱ सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। कई दफा पीड़ित परिवार धर्मशाला में ज्ञापन सौंपकर सरकार को इसकी बात कह चुके हैं। यहां तक कि विधायकों की पत्नियों को लेटर लिखे गए हैं, लेकिन अभी तक उनकी एक सुनवाई नहीं हुई। सिर्फ मुआवज़े देकर सरकार ने पीड़ित परिवारों के मुंह बंद कर दिए।