लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस छोटी काशी यानि मंडी से चुनावी शंखनाद करने जा रही है। कांग्रेस ने 3 मार्च को पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के गृह क्षेत्र में पार्टी अधिवेशन बुलाया है, जिसमें लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने के लिए रणनीति बनाई जाएगी और सरकार को घेरा जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेंगे, जबकि प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे और सह प्रभारी रंजीता रंजन विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगी।
इस दौरान सुक्खू ने कहा कि अधिवेशन का मुख्य एजेंडा 'हिसाब दे सांसद-जवाब दे सांसद' अभियान को पंचायत स्तर तक ले जाना और प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था रहेगा। कांग्रेस ने मंडी को इसलिए चुना है, क्योंकि विधानसभा चुनाव में पार्टी को दस की दस सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। वहीं, चुनाव से पहले सुखराम और उनके मंत्री पुत्र अनिल शर्मा कांग्रेस छोड़ गए, जिससे मंडी जिले में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।
सुक्खू ने कहा कि प्रदेश का विकास कांग्रेस की देन है, जबकि बीजेपी हिमाचल में विकास कराने में नाकाम रही। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने भी विधानसभा चुनाव के समय हिमाचल की जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन पूरा एक भी नहीं किया। यहां तक कि कांग्रेस के अभियान पर बीजेपी सांसदों का जवाब देते नहीं बन रहा, चूंकि उनकी कोई उपलब्धि नहीं है। प्रदेश सरकार पहले दिन से ही बदले की भावना से काम करने लगी है।