नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विकास और प्रदेश के अस़ल मुद्दों से भागने और मुंह छिपाने का काम कर रहे हैं। जयराम ठाकुर सिर्फ अनिल शर्मा में उलझ कर रहे गए हैं। जयराम ठाकुर के पास विकास पर चर्चा करने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए प्रदेश के जनहित के मुद्दों के साथ-साथ विकास, बेरोजगारी, उद्योग, महिला ,गांव ,गरीब, किसान और कर्मचारी के विषयों पर सीएम चर्चा नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सरकार का रिपोर्ट कार्ड पूछती है और मुख्यमंत्री हवाई बातें करते हैं। उन्हें अपनी कैबिनेट का मंत्री नहीं मिल रहा है तो वे प्रदेश का विकास कैसे करवाएंगे। कांग्रेस पार्टी विकास के मुद्दों पर चुनाव लड़ने की चुनौती बीजेपी को देती है। सांसदों ने क्या करवाया, मोदी सरकार ने प्रदेश को क्या दिया, इन सब पर चर्चा होनी चाहिए। मुख्यमंत्री बताएं कि आखिर भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक शांता कुमार के साथ शिमला के सांसद वीरेंद्र कश्यप का टिकट क्यों काटा?
अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूछ रही है कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्यों नहीं बने हैं? सड़क के मुआवजे में फैक्टर 2 क्यों लागू नहीं किया गया है। महंगाई, डीजल और पेट्रोल के रेट पर जवाब सरकार के पास क्यों नहीं है, बसों के किराए बढ़ाए गए उस पर आज मौन क्यों सरकार है। जम्मू कश्मीर ,उत्तर पूर्वी राज्यों को मोदी सरकार ने औद्योगिक रियायते दी थी, लेकिन हिमाचल प्रदेश को औधोगिक और आर्थिक पैकेज देने का कदम नहीं उठाया गया, मुख्यमंत्री बार-बार दिल्ली के चक्कर लगाते रहे ना तो वे औद्योगिक पैकेज ले पाए ना ही आर्थिक पैकेज ले पाए यह असफलता है।
सरकारी तंत्र का हो रहा दुरुपयोग
मुकेश ने कहा कि प्रदेश में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग चुनावों में किया जा रहा है। जलसों में लोगों को लाने के लिए सरकारी अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव डाला जा रहा है, कर्मचारियों पर वोट डालने के लिए अभी से प्रेशर डाला जा रहा है। सरकार को अभी से हार का डर पड़ गया है, इसलिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव ही नहीं बल्कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री की रैली रैलियों, बीजेपी के हीरा-पन्ना सम्मेलनों, मोदी की रैली में सरकारी तंत्र का जमकर के दुरुपयोग किया गया है।