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वरिष्ठ नेताओं का सरकार पर निशाना, सीमेंट के दाम, बेरोजगारी, घोटाले, पट्टिका लगाने जैसे किये सवाल

पी. चंद |

  

धर्मशाला में एक बार फ़िर कांग्रेस नेताओं ने एकजुटता दिखाते हुए जयराम सरकार को निशाने पर लिया। कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ नेता विपल्व ठाकुर, जीएस बाली, चंद्र कुमार, कौल सिंह ठाकुर सहित कई नेता मौजूद रहे। नेताओं ने एक साथ सरकार को कई मुद्दों पर घेरा औऱ डबल इंजन की सरकार को देश-प्रदेश में फ़ेल बताया।

पूर्व मंत्री जीएस बाली और कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्रियों द्वारा खरीदी गई भू-संपत्तियों की मुख्यमंत्री जांच करवाने से डर रहे हैं। कोविड-19 के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हुई सेनेटाईडर और मास्क खरीद की भी जांच करवाएं ताकि प्रदेश की जनता को सच्चाई पता लग सके। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने केंद्र से हिमाचल के लिए कौन सी सहायता ली है।

नेताओं ने कहा कि जिस अटल टनल के नाम का श्रेय लेने की कोशिश भाजपा सरकार कर रही है तो 2010 में यूपीए की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी की पट्टिका को लगाने में गुरेज क्यों किया जा रहा है। देश के लोगों को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा किए गए शिलान्यास की पट्टिका रोहतांग टनल पर जल्द लगानी होगी नहीं तो प्रदेश कांग्रेस प्रदेश में इसके खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन करेगी।

जीएस बाली ने सरकार को घेरा

पूर्व मंत्री जीएस बाली ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सीमेंट तैयार होता है और उसके बावजूद भी अन्य राज्यों के मुकाबले यहां पर 100 रुपए मंहगा सीमेंट मिल रहा है। कच्चे माल से लेकर सीमेंट कंपनियों को हर चीज हिमाचल में मिल रही है। प्रदूषण भी हिमाचल में फैल रहा है, उसके बावजूद भी हिमाचल में सीमेंट मंहगा मिल रहा है।

वहीं बाली ने कहा कि डबल इंजन की सरकार होने की बाते करने वाले हिमाचल के मुख्यमंत्री बताएं की आज हिमाचल प्रदेश को जीएसटी में हिमाचल का हिस्सा क्यों नहीं मिल रहा। आज प्रदेश के रेवन्यू गिरता जा रहा है। आने वाले सालों में सरकारों को प्रदेश के कर्मचारियों के वेतन देना भी मुश्किल हो जाएगा। बेरोजगारी भी चर्म पर है औऱ उसके लिए कोई काम नहीं किया जा रहा।

कौल सिंह ने लगाए आरोप

कौल सिंह ने आरोप लगाया कि जहां प्रदेश सरकार के मंत्री भू-संपत्तियां खरीद रहे हैं, वहीं जल शक्ति और स्वास्थ्य विभाग में घोटाले हो रहे हैं। प्रदेश सरकार बस किराया में अब तक 50 फीसदी तक वृद्धि कर चुकी है, जिससे आम जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है। धर्मशाला में इन्वेस्टर मीट के दौरान प्रदेश के सीएम कह रहे थे कि 95 हजार करोड़ की इन्वेस्टमेंट होगी, लेकिन अब तक कितना निवेश हुआ, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। कृषि कानून से किसानों का शोषण होगा।

कांग्रेस ने 5 फीसदी जीएसटी लगाने की प्रपोजल बनाई थी, जबकि भाजपा ने 5 से 28 फीसदी तक जीएसटी लगा दिया है। धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा कांग्रेस ने दिया, भाजपा ने उसमें कुछ नहीं किया। कांगड़ा एयरपोर्ट, टांडा मेडिकल कॉलेज, स्मार्ट सिटी कांग्रेस की देन है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव बिंदल का इस्तीफा क्यों हुआ और उसे स्वीकार क्यों किया गया। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।