जयराम सरकार के दूसरे साल के जश्न पर कांग्रेस नेता लगातार विरोध में है। एक के बाद एक कांग्रेस के नेता बीजेपी और जयराम सरकार को आड़े हाथों ले रहे हैं। इसी कड़ी में वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जीएस बाली ने भी सरकार के जश्न पर सवाल उठाए। जीएस बाली ने कहा कि सरकार प्रदेश के विकास के नाम पर जनता को जवाब दे। जनता से जुड़े हुए जो भी सीधे मुद्दे हैं उन्हें साफ तौर पर भटकाया जा रहा है और प्रदेश में बद्दत्तर हालात बने हुए हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता शिक्षित है और समझदार है। जनता सब कुछ जानती है इसलिए मैं यह कहना चाहता हूं कि मौजूदा समय में हमें प्रदेश में रोजगार की जरूरत है जो कि मेरी हमेशा प्राथमिकता रही थी। प्रदेश में विकास की जरूरत है जिसमें नई-नई चीजें जो हमारे प्रदेश को बाकी प्रदेशों से अलग करते हैं उन स्कीम्स को लागू करने का प्रयास सरकार को करना चाहिए था जो कि अभी तक नहीं हुआ है। टेक्नोलॉजी का प्रयोग इस सरकार ने अभी तक बिल्कुल भी नहीं किया है और जो-जो पॉलिसीज़ कांग्रेस सरकार के समय हम लोगों ने प्रदेश को आगे चलाने के लिए बनाई थी अगर उन्हीं पॉलिसीज पर यह सरकार आगे काम करते रहते तो शायद कुछ ना कुछ प्रदेश की आम जनता को हासिल भी हो जाता है।
आज प्रदेश में एक बार फ़िर बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है। आम आदमी का सरोकार किराने की दुकान से होता है और इसके साथ सब्जी की दुकान से होता है लेकिन इन दोनों ही दुकानों पर खड़े होने का मतलब होता है आज मध्यमवर्गीय परिवार और किसी आम परिवार की जेब खाली होना। यही स्थिति कमोबेश कहीं ना कहीं हिमाचल प्रदेश में हो चुकी है और सरकार कभी इन्वेस्टर मीट के बहाने तो कभी सरकार के 2 साल के जश्न के बहाने लोगों को मुख्य मुद्दों से भटकाने का प्रयास तो जरूर कर रही है। इन सब बातों का जवाब सरकार को आने वाले विधानसभा चुनावों में देना पड़ेगा।
जीएस बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इस बात पर भी ज्यादा इतराना नहीं चाहिए कि उन्होंने उपचुनाव जीत लिया है। सरकारें किसी की भी हो सरकारों में उपचुनाव हमेशा जीते जाते हैं कोई बहुत बड़ी उपलब्धि नहीं है। जहां तक लोकसभा चुनाव की बात है तो चुनाव में पूरे देश एक जैसे ही आए थे और उसी तरह के नतीजे हिमाचल प्रदेश से आए थे। सफलता तब होती जब रोजगार को रोजगार मिलता प्रदेश में विकास को लेकर जैसे कि कहा जा रहा था कि केंद्र से भी खूब पैसा आएगा और जब केंद्र से आएगा तो खूब विकास होगा। लेकिन 2 साल में ना तो कहीं विकास दिख रहा है ना कहीं रोजगार दिख रहा है।