कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लख़नपाल ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया दी है। विधायक ने कहा कि मोदी सरकार के इस बजट में हिमाचल को केवल झुनझुना मिला है। प्रदेश के सांसदों के साथ दो बड़े नेता बीजेपी में अप्पर लेवल पर हैं लेकिन बावजूद इसके हिमाचल को कुछ न मिलना नाइंसाफी है। केंद्र सरकार ने इस बार भी दश की जनता को छला है और भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है।
टैक्स स्लैब में भी दो तरह के विकल्प आमजन कोटेक्स पेड़ करने में भ्रमित करने वाले हैं। इस बजट का उद्देश्य केवल पूंजी पतियों को लाभ देने वाला है। हर साल 2 करोड नौकरियां देने का वादा करने वाली सरकार इस बार भी दोबारा थक गई। युवाओं के रोजगार के लिए कोई भी महत्वपूर्ण योजना इस बजट में नहीं लाई गई। हिमाचल प्रदेश की रेल लाइन की बात करने वाले रेल लाइन की बात करने वाले हिमाचल के लिए सिर्फ एक जुमला ही साबित होगा।
प्रदेश के लिए 65 नेशनल हाइवे की घोषणा पर आज तक जुमलों से अधिक कुछ नहीं मिला। आर्थिक मंदी झेल रहे उद्योगों को या बंद पड़े उद्योगों को इस बजट में कोई राहत नहीं मिली। 100 स्मार्ट पर कोई बात नहीं इस बजट को अर्थशास्त्रियों मैं भी ठुकरा दिया है। किसानों को भी इस बजट के माध्यम से सिर्फ लॉलीपॉप ही दिया गया है और यह बजट महंगाई पर लगाम लाने के लिए भी निराशाजनक है। सरकारी उपक्रमों को को निजी क्षेत्रों में बेचना जैसे एलआईसी आईडीबीआई जिसमें लोगों की पूंजी जमा है उनको बेचना अति दुर्भाग्यपूर्ण है।