मानव भारती फर्जी डिग्री मामले में नया मोड़ आया है। कांग्रेस ने सरकार पर दोषियों को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं। भाजपा के नेताओं के बच्चे भी फर्जी डिग्री लेकर विदेशों में नौकरी कर रहे हैं। सरकार को यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द करके मामले की सीबीआई जांच करनी चाहिए। यह बात कांग्रेस विधायक ने आज शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
सुजानपुर से कांग्रेस विधायक ने कहा कि 2008 में जब बीजेपी की सरकार थी तो विधानसभा में प्राइवेट यूनिवर्सिटी एक्ट लेकर आई। उसी कड़ी में मानव भारती सोलन यूनिवर्सिटी भी खोली गई। किसी को भी उसके लिए 50 बीघा जमीन का होना आवश्यक था लेकिन मानव भारती के पास 30 बीघा ही जमीन थी। राज कुमार राणा को शर्ते पूरी न होने के बाद भी उन्हें मंजूरी दी गई। राज कुमार राणा के खिलाफ क्रिमिनल मामले होने के बावजूद भी यूनिवर्सिटी खोलने की मंजूरी दी। जिसके बाद लाखों की फर्जी डिग्री देश और विदेशों में बेची गई।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने जो 8 लोग गिरफ्तार किए हैं इसमें प्रश्न चिन्ह खड़े हुए। यूनिवर्सिटी को मान्यता देने के पीछे क्या कारण रहे, क्या इसे सरकार का सरक्षण प्राप्त है? सरकार इसके लिए सीबीआई जांच क्यों नहीं करवा रही। सरकार ने मामले में गिरफ्तारी के बाद दोषी को बेल दे दी। मामले को लेकर सरकार ने क्यों कड़े कदम नहीं उठाए? यह सब सरकार का दोषियों को सरक्षण को दर्शाता है।
राणा ने कहा कि भाजपा के लोगों के बच्चें भी इस यूनिवर्सिटी से डिग्रियां लेकर विदेशों में नौकरी कर रहे हैं। भाजपा ने शिक्षा का व्यापारीकरण किया है। ऐसे में सरकार अपने लोगों को बचाने में लगी हुई है।