हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (HPPSC) ने नई गाइडलाइन्ज़ जारी की हैं, जिसके तहत SC-ST के अभ्यर्थी जरनल कैटेगिरी में आवेदन नहीं कर सकते। लेकिन HPPSC की ये गाइडलाइन्ज़ प्रदेश कांग्रेस पचा नहीं पा रही है। प्रदेश यूथ कांग्रेस महासचिव और NSUI राष्ट्रीय संयोजक सुरजीत भरमौरी ने इसे SC-ST विरोधी करार दिया है और केंद्र तथा प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि युवाओं के धोखा कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भरमौरी ने कहा कि देश की सभी सर्वोच्च संस्थाओं में जबरन राजनीतिक हस्तक्षेप किया जा रहा है, जिसके चलते ग़रीब वर्ग और SC-ST को कुचला जा रहा है। HPPSC ने SC-ST के नेट और सेट पास किए अभ्यर्थियों के कॉलेज कैडर प्रवक्ता के आवेदन रद्द कर दिये हैं। ये आवेदन नई गाइडलाइन्ज़ के मद्देनज़र रद्द किए गए हैं, जो कि दलितों के साथ भेदभाव है।
सुरजीत ने कहा कि अपनी कैटेगिरी में दलित इसलिए आवेदन करते हैं क्योंकि उन ग़रीबों के फीस कम देनी पड़ती हैं और अंकों में कुछ छूट मिलती है। लेकिन उन्हें सामान्य कैटेगिरी में रोकना सरासर ग़लत है। भरमौरी ने चेतावनी दी कि जल्द ही इस मुद्दे को SC-ST आयोग दिल्ली में उठाया जाएगा और युवाओं को इंसाफ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
ये हैं नई गाइडलाइन्ज़
आयोग के मुताबिक, यदि किसी SC-ST व्यक्ति ने भरा हो या फिर टेस्ट क्लीयर कर लिया हो, तो वे सिर्फ अपनी कैटेगिरी में निकली पोस्ट पर ही आवेदन कर सकेगा। उसे जरनल कैटेगिरी में शामिल नहीं किया जाएगा, चाहे उसका टेस्ट क्लीयर हो या नहीं। आयोग के इस फैसले में युवा कांग्रेस ने विरोध जताया है।