हिमाचल प्रदेश में अभी तक 2600 टीचर SMC और पीटीए के रूप में अपनी सेवाएं 2011 से दे रहे हैं। लेकिन भर्तियों के बाद आज दिन तक सरकार ने इनके पक्ष में कोई कॉन्ट्रेक्टर या परमानेंट की पॉलिसी नहीं बनाई, फिर चाहे सरकार बीजेपी की हो या फिर कांग्रेस की। लिहाज़ा, हर बार जब भी भर्तियां होती हैं तो उस समय अपने लोगों को फिट करवाने की बात जरूर सामने आती रही है।
जानकारी के मुताबिक, अब सरकार बदलने के बाद फिर इन पदों पर भर्तियां होने वाली हैं। लेकिन, इसी बीच कांग्रेस ने भर्तियों पर भ्रष्टाचार का अंदेशा लगाया है और सरकार को सख़्त हिदायत दी। प्रवक्ता नरेश चौहान ने साफ कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए भर्तियों को करने जा रही है। सरकार चाहती तो ये भर्तियां कमीशन या बैच वाइज तरीके से भरी जा सकती थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होने वाला। क्योंकि ऐसा होने पर सरकार अपने लोगों को लाभ नहीं दे पाएगी।
चेतावनी देते हुए प्रवक्ता ने कहा कि भर्तियों में यदि कोई घोटाला हुआ तो कांग्रेस युवाओं और बेरोजगारों के साथ सड़क पर उतरेगी और सरकार की पोल खोलेगी। ग़ौरतलब है कि इन टीचरों पर कोई पॉलिसी न होने के चलते सरकार की एक कमेटी अपने हिसाब से इन्हें वेतन और इनकी तैनाती तय करती है।