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किराया बढ़ोतरी पर शिमला में विरोध, जयराम सरकार के खिलाफ नारेबाजी

पी. चंद |

पेट्रोल-डीज़ल के दाम कम होने के बाद किराया बढ़ोतरी को लेकर विरोध तेज हो गया है। शिमला में सोमवार को कांग्रेस ने डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया और जयराम सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस का आरोप है कि जयराम सरकार ने निजी बस ऑपरेटरों की नाजायज़ मांगें मानी और उनके आगे घुटने टेक दिये।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष यशवंत छाज़टा ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर फ़ेल साबित हुई है। आज देश भर में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। इस बीच हिमाचल सरकार ने बस के किराये बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ दी है। इसी के विरोध में आज प्रदर्शन किया जा रहा है और कांग्रेस पार्टी इसका आखिरी दम तक विरोध जारी रखेगी।

किराया बढ़ोतरी पर माकपा 'लाल'

वहीं दूसरी ओर किराया बढ़ोतरी पर माकपा ने रोष जाहिर किया। माकपा ने अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ विरोध जताते हुए विक्ट्री टनल के पास चक्का जाम कर दिया और क़रीब 1 घंटे तक आवाजाही पूरी ठप रही। हालांकि, बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उनके प्रदर्शन को रोका और इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं में कुछ बहसबाजी भी हुई। फिलहाल अभी तक रोड पर ट्रैफिक पूरी तरह सुलझ नहीं पाया है।

हमीरपुर और सिरमौर में भी महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

हमीरपुर के गांधी चौक और सिरमौर में भी महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार को महंगाई के लिए जमकर कोसा। इस अवसर हमीरपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष नरेश ठाकुर की अगुवाई में कांग्रेस पदाधिकारियों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर प्रदेश महासचिव सुनील बिट्टू, पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया के अलावा कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।बाद में कांग्रेस नेताओं ने डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा।

वहीं, सिरमौर जिला अध्यक्ष अजय सोलंकी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है और यह उनकी गलत नीतियों का परिणाम है। प्रदेश सरकार भी लोगो को मूर्ख बना रही है और बस  किराये में न्यूनतम किराया तीन रुपए बढ़ाना और फिर एक रुपए की कटौती इसका एक उदाहरण हैं।