लोकसभा चुनावों से पहले ही विपक्षी दल कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नरेश चौहान ने शिमला में मोदी सरकार पर जनता को बहकाने के आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे हैं…।
नरेश चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के चुनाव से पहले अच्छे दिनों के सपने देश की जनता को दिखाए। लेकिन अब जनता को समझ आ रहा है कि ये सपने मुंगेरी लाल के ही थे। मोदी ने देश की जनता के साथ वादाखिलाफी की। पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके है। रुपया ओंधे मुंह गिर गया है। गैस सिलिंडर रिकॉर्ड दाम पर पहुंच गया है। ऐसे में अपने आप को देश का प्रधान सेवक कहने वाले प्रधानमंत्री मोदी चुप क्यों है?
चौहान ने कहा कि अच्छे दिन तो जनता के आए नहीं, उल्टा बीजेपी के बुरे दिन शुरू हो गए है। पीएम जनता के खाते खोलने की बात करते है ये बताएं कि 80 फ़ीसदी खाते क्यों बन्द पड़े हैं। काले धन पर बड़ी बातें करने वाले पीएम देश की जनता को जवाब दें। केंद्र सरकार ने अधिकतर चीजें जीएसटी के दायरे में आई है फिर पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में क्यों नही लाया जा रहा है…??
'किराया बढ़ाने के बजाये तेल सस्ता करे सरकार'
प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल सरकार भी बस किराया को बढ़ाने की फ़िराक में है, जो कि जनता के पर अनावश्यक बोझ है। प्रदेश सरकार पेट्रोल डीजल में टैक्स कम करे। जयराम सरकार 9 महीने में ही जनता का विश्वास खो चुकी है और इसका जीता जागता उदाहरण कांगड़ा के जिला परिषद उपाध्यक्ष चुनाव में देखने को मिला है। यहां तक कि मुख्यमंत्री कि शासन प्रशासन पर किसी तरह की पकड़ नहीं है।