जयराम सरकार में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज केंद्र शिक्षा सलाहकार की बैठक के बाद वापस शिमला लौट चुके हैं। दिल्ली से लौटते ही मंत्री ने कहा कि बैठक में हिमाचल के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। आज प्राथमिक सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में कमी आना, चिंता का विषय बन गया है। अब प्री-नर्सरी से शिक्षा शुरू देने विचार चल रहा है, ताकि बच्चों की संख्या बढ़ सके औऱ सरकारी स्कूलों की अहमिहत बन सके।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिमाचल में कई जगहें ऐसी हैं, जहां पर बिना वजह स्कूल खोल दिये गये हैं। 100 दिन के भीतर शिक्षण संस्थानों को लेकर रोडमैप बनाया जाएगा। इसके अलावा जो शिक्षक निदेशालय में बेवजह बैठे हैं, उनको स्कूलों में पढ़ाने के लिए भेजा जाएगा। निजी शिक्षण संस्थानों में भी फीस मनमानी से वसूली जा रही है, उस पर सरकार नज़र रखेगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बैठक में शिक्षा के स्तर को सुधारने पर खूब चर्चा हुई। इसके अलावा मंडी में क्लस्टर यूनिवर्सिटी खोलने की योजना पर भी कार्य चल रहा है। 31 मार्च तक केंद्रीय शिक्षा नीति आ जाएगी, उसके अनुसार शिक्षा के स्तर को आगे बढ़ाया जाएगा। याद रहे कि शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज दिल्ली में शिक्षा सलाहकार की बैठक में हिस्सी लेने गए थे। इस बैठक में 23 राज्यों के शिक्षा मंत्री मौजूद रहे।