किसी भी खेल को बेहतरीन तरीके से खेलने वाला खिलाड़ी ही महान खिलाड़ी बनता है। ऐसे में खेल खेलो मगर उसे खेल की भावना से खेलों, तभी कामयाबी आपको मिलेगी। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक में महिला और पुरुष हॉकी मुकाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन करके भारत का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन पर कही।
धूमल ने कहा कि मेहनत लगन और ईमानदारी के साथ खेले गए तमाम मैच आज पूरे विश्व में प्रेरणा के स्त्रोत बने हैं। पुरुष हॉकी टीम ने 41 वर्ष बाद इस खेल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर जो सूखा अब तक भारत में हॉकी मैच को लेकर चल रहा था उसे खत्म किया है । पहली बार महिला हॉकी टीम सेमी फाइनल प्रतियोगिता तक पहुंची है। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने अपनी ओर से बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करके पूरे विश्व में एक अलग पहचान बनाई है ।