धर्मशाला उपचुनाव में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी के नेता पार्टी प्रत्याशी कि जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं जिससे धर्मशाला में एकाएक राजनीतिक गर्माहट तेज हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के प्रचार में उतरने से सरगर्मियां बढ़ गई हैं। इसी कड़ी में आज पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने धर्मशाला में दो चुनावी जनसभाएं कर पार्टी प्रत्याशी विशाल नेहरिया के पक्ष में वोट अपील की।
दूसरी राजधानी के सवाल पर धूमल कहा कि कांग्रेस वाले कागजी सवाल करते हैं और कांग्रेस कागजी अधिसूचना जारी कर राजधानियां बनाते हैं। भाजपा प्रैक्टिकल काम करके लोगों को सुविधा उपलब्ध करवाती है। भाजपा हर चुनाव को गंभीरता से लेती है चाहे वे आम चुनाव हो या फिर उपचुनाव हो।
कांग्रेस द्वारा भाजपा के 'अबकी बार बीस हजार पार' के नारे को कारगार साबित न होने के जबाव में धूमल ने कहा कि कांग्रेस को अपनी चिंता नहीं है बल्कि ये चिंता है कि कांग्रेस कितने हजार वोटों से हारेंगे। इन्वेस्टर मीट पर धूमल ने कहा कि जब वह सत्ता में थे तब भी कांग्रेस ने 2012 में ऐसे ही आरोप लगाये थे लेकिन सेवानिवृत जस्टिस सूद कि अध्यक्षता में बनाये गए इन्क्वायरी कमीशन कि रिपोर्ट के अनुसार जितने भी गलत कार्य पकड़े गए थे वह कांग्रेस के समय के थे।
धूमल ने कहा कि बाद में जब 2012 में कांग्रेस सत्ता में आई तब कांग्रेस ने इस रिपोर्ट को ही दबा दिया। जो कार्य अभी हुआ ही नहीं उस पर इस तरह के आरोप बेबुनियाद है और यदि कांग्रेस को एक सशक्त विपक्ष कि भूमिका निभानी है तो कांग्रेस को ठोस मुद्दों पर बात करनी चाहिए और ऐसी हवाई बाते करने से कांग्रेस को कोई लाभ नहीं है।