मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। शुक्रवार को ED ने वीरभद्र सिंह के खिलाफ कोर्ट में अतिरिक्त आरोप पत्र दाखिल किया है, जिसपर 18 मार्च को सुनवाई होने वाली है। इस आरोप पत्र में वीरभद्र सिंह और बाकी लोगों के खिलाफ आरोप तय किये गए हैं।
मामले में सीबीआई द्वारा दायर एक अलग मामले में वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी को अन्य के साथ आरोप पत्र सौंपा गया था। सीबीआई ने दावा किया था कि सिंह ने लगभग 10 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की थी, जो यूपीए सरकार के तहत केंद्रीय मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उनकी कुल आय के अनुपात में थी। ईडी ने सीबीआई मामले के आधार पर मामला दर्ज किया था।