पूर्व मंत्री जीएस बाली ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। जीएस बाली ने कहा कि सरकार के विकास के नाम पर करोड़ों का लोन लेती है, लेकिन ज़मीन पर कोई काम नहीं होता। कांगड़ा जिला महत्वपूर्ण रहता है लेकिन यहां की अनदेखी हो रही है। आवाज़ उठाने पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी औऱ फोरलेन जैसे प्रोजेक्ट मिले हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने इनपर कोई काम नहीं किया। कांगड़ा के हितों के खिलाफ अगर सरकार जाएगी तो इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बेरोजगारी औऱ सीमेंट की कीमतों में वृद्धि पर पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार बेरोजगारी पर ध्यान नहीं देती। ये सबसे बड़ा मुद्दा है और इसको पूरी तरह नजरअंदाज किया जाता है। बेरोजगारी को पहली प्रायोरिटी देनी चाहिए थी लेकिन ख़ेद की बात है कि सरकार कुछ नहीं करती। सीमेंट के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं लेकिन सरकार आंखे मूंदे सोई है। सरकार को बताना चाहिए कि बिजली किस दाम में बाहरी राज्यों को बेची जाती है। हिमाचल में बिजली के दाम भी जनता को दिए जाएं ताकि जनता को भी सरकार को पता चल सके। अगर हिमाचल में सीमेंट की तरह बिजली के दाम भी महंगे हुए तो इस सरकार को भोलेशंकर ही बचा सकते हैं।
एयरपोर्ट विस्तारिकरण पर बोले बाली
एयरपोर्र विस्तारिकरण को लेकर पूछे गए सवाल पर जीएस बाली ने कहा कि सरकार को सभी को साथ में लेकर चलना चाहिए। विधायक, सांसद और राजनेता क्या कहते हैं लेकिन आख़िरी डिसीज़न सरकार का ही रहता है और उसे आगे आकर बात करनी चाहिए। सेंट्रल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने किया लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ। ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रधानमंत्री से आधारशिला रखवाई गई और अभी तक काम नहीं हुआ हो।
शराब की बढ़ी हुई कीमतों पर उन्होंने कहा कि इससे गांव गांव में शराब के ठेके खुलेंगे, जो अच्छी बात नहीं है । मादक पदार्थों की खेप रोजाना पकड़ी जा रही है । लेकिन इसपर लगाम नहीं लग रहा । ये एक चिंता की बात है । सरकार को इसके लिये एक अलग टास्क फोर्स बनाने के लिये भी सोचना चाहिये ।
एक अन्य सवाल के जवाब में दिग्गज नेता ने कहा कि राजनीति में कोई किसी को नहीं धमकाता। यहां शाहीनबाग वाले नहीं धमक रहे तो राजनेता क्या धमकेंगे। कई बार अपनी भाषा पर संयम रखने की जरूरत होती है जिसका सभी को ध्यान रखना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्रिक्स को इग्नोर किया जा रहा है इससे प्रदेश को काफी हिट बैक होगा।