कोरोना के खतरे के बीच हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीएस बाली ने सरकार को अपने सुझाव दिए हैं। अपने फेसबुक पेज के माध्यम से जीएस बाली ने कहा कि अब अगली चुनौति मध्यम वर्ग के लोगों को पटरी पर लाना रहेगी। लॉकडाउन को देखते हुए सरकार को इस पर एक्शन लेना चाहिए ताकि संकट की घड़ी किसी को दिक्कत न आए।
जीएस बाली ने कहा सरकार अब ऐसे कामों को करवाने की सोचे जो सोशल डिस्टेंसिंग के साथ संभव है। कोरोना के साथ ग़रीब वर्ग, वोकेश्नल आधार पर सर्विस दे रहे शिक्षक, आउटसोर्स औऱ कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारी और स्वरोजगार पर आधारित मध्यम वर्ग के लिए अब कोई एक्शन लेना चाहिए। क्योंकि इनकी दिक्कतें अब बढ़ने लगी हैं। ग़रीब तबके को तो राशन दिया जा रहा है लेकिन मध्यम वर्ग की सेविंग अब ख़त्म होने की क़गार पर है। सरकार को इनके लिए कोई ठोस एक्शन नियमों के अनुसार लेना चाहिए।
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि लॉकडाउन में बढ़ोतरी के साथ कई समस्याएं भी आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है। इस संकट में इसके अलावा कोई चारा भी नहीं है लेकिन उन लोगों की ओर सोचना जरूरी है जिनकी अजीविका प्रदेश में दिहाड़ी मजदूरी और अन्य दैनिक भोगी कामों से चलती है। मनरेगा फंड के तहत सरकार को इन लोगों को राहत देनी चाहिए। सरकार से अनुरोध है कि मनरेगा फंड से राहत पैकेज के रूप में अभी इन लोगों को आर्थिक सहायता दी जाए जिसे भविष्य में अडजस्ट किया जा सकता है।