सोशल मीडिया पर वायरल हुए पत्र मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री रविंद्र रवि की मुश्किलें बढ़ गई हैं। फॉरेंसिक साईंस प्रयोगशाला धर्मशाला से पुलिस को मिली रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि मनोज मसंद नाम के व्यक्ति ने रविंद्र रवि के कहने पर ही उस संदेश को वायरल किया था। इस आशय के सभी संदेश फॉरेंसिक लैब धर्मशाला ने आरोपी और रवि के मोबाइल से रिकवर कर लिए हैं। मामले की आगामी जांच जारी है।
मामले की पुष्टि करते हुए एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने करते हुए कहा है कि अब रविंद्र रवि औऱ मनोज मसंद दोनों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की जाएगी। बताते चलें कि 3 सितंबर को दिलबाग सिंह परमार की शिकायत पर थाना भवारना में मनोज मसंद के खिलाफ एक मामला दर्ज हुआ था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि 30 अगस्त की रात को फेसबुक पर मनोज मसंद की प्रोफाइल में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार के खिलाफ झूठी सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली सामग्री आपराधिक षड्यंत्र के तहत अपलोड की गई थी।
पुलिस ने जब इस संदर्भ में मनोज मसंद से पूछा तो उसने इस बात को कबूल कर लिया था कि ये सब रविंद्र रवि के कहने पर भी उसने किया था। मामले में पुलिस ने रविंद्र रवि से पूछताछ भी की थी। पुलिस ने जांच के दौरान मनोज मसंद और रविंद्र रवि के मोबाइल फोन कब्जे में लेकर फॉरेंसिक लैब में भेजे थे। यहां से रिपोर्ट प्राप्त हो गई है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि मनोज मसंद ने रविंद्र रवि के कहने पर ही उस संदेश को वायरल किया था।