हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि कुशासन की वजह से प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों के मामलों में इजाफ़ा हुआ है। प्रदेश में मृत्यु दर में भी बढ़ोतरी हुई है और देश में हिमाचल प्रदेश चौथे स्थान पर आ खड़ा हुआ है। आज कोरोना बेकाबू हो गया है और व्यवस्थाएं हाथ से निकल गई है। इसको नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार की क्या रणनीति है वह प्रदेश सरकार को स्पष्ट करनी चाहिए।
अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। 1599 लोगों ने कोरोना से जंग हारी है और संक्रमित कोरोना का आंकड़ा 21778 तक पहुंच गया है। प्रदेश सरकार को चुप रहने के बजाय अपना प्लान सार्वजनिक करना चाहिए कि वह कोरोना से रोकथाम के लिए क्या कुछ तैयारियों के साथ आने वाले समय में जनता के लिए तैयार हैं। जहां एक और वैक्सीनेशन की बात की जाए तो सरकार को मुफ्त में प्रदेश के समस्त जनता का टीकाकरण करना चाहिए फिर सरकारी अस्पताल में हो या फिर निजी अस्पताल की बात हो।
सर्वदलिय बैठक पर विपक्ष का कहना है कि सरकार ही अंतिम फैसला ले। प्रदेश की स्थितियों को देखते हुए कि प्रदेश के लोगों को किस तरह से इस वैश्विक महामारी से बचाया जा सकता है। विपक्ष प्रदेश सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस विकराल स्थिति से निपटने के लिए खड़ा है।